Tag Archive | Amit chandrawanshi

मार्कशीट के नंबर…

मार्कशीट के नंबरों से क्या तू मेरा कद आंकेगा ।
पढ़ाई में नहीं पर स्कूल में मेरा जलवा पाएगा।।
नंबरों का क्या है ऊपर नीचे होते रहते हैं जनाब,
जिंदगी के सफर में मेरा हुनर ऊंचाई दिलाएगा।।

कवि – अमित चन्द्रवंशी

वो गए जरूर पर दिल से नहीं…

ऐ कोरोना तुझे ज़रा पता नहीं,
वो गए जरूर पर दिल से नहीं ।

🖋️ अमित चंद्रवंशी

# Tribute to Rahat Indori Ji

बड़े वेबफा निकले वो

बड़े वेबफा निकले वो।
कई वादे तोड़ चले वो।।
कई बरसों से न मिले,
नेता हरामी निकले वो।

कवि – अमित चन्द्रवंशी

#मतदान जरूर करें

वो बरसों बाद हमसे…(शायरी)

वो बरसों बाद हमसे मिले इस कदर ।
कि हमारे बिना उनपे बरसा था कहर।।
वो पैरों से लिपट कर बोले कुछ इस तरह,
मर जायेंगे भैया जो वोट न दिया अगर।।

कवि – अमित चन्द्रवंशी

#मतदान जरूर करें

मिलने को तरसा सारा मोहल्ला… (शायरी)

जिससे मिलने के लिए तरसता था सारा मोहल्ला।
बस एक बार बात करने के लिए हो जाता था हो हल्ला।।
वो आज मिले भी तो बस एक बात ही बोले हमसे,
‘हमें ही वोट देना’ चीख़ चीख़ के बोले वो गल्ला।।

कवि – अमित चन्द्रवंशी

#मतदान जरूर करें

जिसको देखने को तरसे… (शायरी)

जिसको देखने को तरसे हमारे नैन लगातार।
जिनसे मिलने को जतन किये बार-बार।।
जिसने कई कसमे खाई थी हमारे संग,
वो मिले तो फिर वोट माँग गए एक बार।।

कवि – अमित चन्द्रवंशी

#मतदान जरूर करें

भगवान कौन हैं ?

Who is God ?

This is an infinite positive energy which motivate us to do our work successfully.

भगवान कौन हैं ?

एक अनन्त सकरात्मक ऊर्जा जो हमारे कार्य को फलित करने हेतु निरन्तर हमे प्रोत्साहित करती है और हमे कभी हारने नही देती ।

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By Amit Chandrawanshi

मंगलकार्य संदेश (Best Wishes)

शुभकामना संदेश
“जिमि अमोघ रघुपति कर बाना।
एहि भाँति तुम पेपर कर आना॥”

भावार्थ : जिस प्रकार श्री रामजी का अमोघ (अचूक) बाण अपने लक्ष्य को प्राप्त कर के ही रहता है अर्थात् वह कभी अपने लक्ष्य से नही भटकता अपितु किसी भी हाल में वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर के ही रहता है। उसी प्रकार आपको भी अपने लक्ष्य से नही भटकना है और प्रश्नपत्र को यथासंभव हल करने का प्रयास करना है ।अर्थात् आपको अचूक बाण की तरह अपने अचूक उत्तर लिख कर आना है।

संदेश : आपकी अमोघ बाण की भांति तैयारी, आपको हर कार्य को पूर्ण और सही तरीके से करने के लिए प्रेरित करेगी ।जो आपकी कार्य करने की क्षमता को भलिभांति बढायेगी।
आपका कार्य मंगलमय हो! (BEST OF LUCK )

द्वारा – अमित चन्द्रवंशी

Note : लेख रामचरितमानस से प्रेरित है।

नवोदय चालीसा

॥श्री गणेशाय नमः॥

दोहे:

सपना था राजीव का, बने एक संस्थान।
प्रतिभावान छात्रजन, पायें जिसमें ज्ञान॥1॥
शिक्षा पायें यहाँ पर, गुणी बालक गरीब।
बच्चें रक्षा कर सकें, बन भारत की नींव ॥2॥

चौपाई :

हर बच्चा शिक्षित जब होगा।
भारत विकसित तब ही होगा॥1॥
भारत तब नवोदय करेगा ।
जब हर ईक बच्चा पढ़ेगा ॥2॥

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Protected:   श्रीराम जी भी मनाते थे दीपावली

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